भय कहानी (bhay kahani)


भय

एक बार की बात है, मैंने भूत प्रेतों के बारे में इंटरनेट पर बहुत कुछ पढ़ा था और तब से इन सबके बारे में जानने में मुझे बहुत रूचि होने लगी । और तभी मेरे साथ कुछ ऐसे हादसे हुए, जिसे मैं आज भी याद करता हूं तो एक भय सा मेरे मन में छा जाता है ।

मेरे ही मोहल्ले में एक आंटी को अचानक किसी चुड़ैल भूतनी ने अपने वश में कर लिया था । जो बार-बार यह कहकर चिल्ला रही थी, कि मैं इसे मारकर रहूंगी । उस दिन मैं भी यह सब देख कर बहुत डरा हुआ था, लेकिन मैंने हिम्मत नहीं आ रही थी । मैंने उस सच का पता लगाने की कोशिश की और जब मैंने पता किया तुम मुझे जानकारी मिली की उसी के परिवार वालों की जलन की भावना के चलते उस पर जादू टोना कराया गया था । लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी, लगभग रात की 9:00 बज चुके थे और मैंने तुरंत 108 नंबर डायल किया और एंबुलेंस बुलवाकर, गांव से लगभग 30 किलोमीटर दूर एक अस्पताल में ले गया । एंबुलेंस में वह औरत, मैं और अस्पताल का एक कर्मचारी थे । हमें लगभग 1 घंटे लगे थे हॉस्पिटल पहुंचने में । हॉस्पिटल पहुंचने के बाद मैंने उसका इलाज कराया । बड़ी मशक्कत के बाद वह होश में आई, फिर उसका नाम पूछा गया उसने अपने नाम का सही सही जवाब भी दिया । डॉक्टरों ने कहा था की आपको यहां रुकने की जरूरत नहीं है हम इसे देख लेंगे लगभग रात के 10:20 हो चुके थे । लेकिन मैंने सोचा कि मैं घर वापस कैसे जाऊंगा । तभी एंबुलेंस के ड्राइवर ने मुझे बोला कि कोई बात नहीं, मैं तुम्हारे गांव के पास वाली रोड से ही गुजर कर जाऊंगा, तुम चाहो तो मेरे साथ आ सकते हो मैंने तुरंत हां कर दी । और लगभग 1 घंटे बाद फिर मैं अपने गांव के पास वाली रोड पर आ चुका था लेकिन फिर भी लगभग मेरा गांव उस रोड से 3 किलोमीटर दूर था । रोड पक्की थी, पर सुनसान भी । थोड़ी देर के लिए तो मुझे डर लगा लेकिन ड्राइवर ने मुझे टॉर्च दे दी थी । ताकि मुझे डर ना लगे, मैं धीरे-धीरे करके अपने गांव के पास एक बड़ी विशाल बांध तक आ गया था । लेकिन फिर भी लगभग डेढ़ किलोमीटर का रास्ता अभी बाकी था, जब मैं अपने घर की तरफ बढ़ता चला जा रहा था । तभी मुझे ऐसा एहसास हुआ कि कोई मेरे रास्ते पर पत्थर फेंक रहा हो मुझे शक हुआ कि कहीं इस सड़क पर कोई मेरा पीछा तो नहीं कर रहा वह मेरा वहम नहीं था, वह सत्य था । मैं आगे बढ़ता हुआ बांध के पास वाली नहर पर आ पहुंचा और मुझे ऐसा लगा जैसे किसी ने मुझे पीछे से आवाज भी दी हो फिर भी मैंने हिम्मत नहीं आ रही मैं आगे बढ़ता रहा मेरे रास्ते पर पत्थरों की बौछार अभी भी जारी थी । ईश्वर की कृपा से, मैं सुरक्षित लगभग 11:30 बजे अपने घर पर पहुंच चुका था । मैं सुबह जल्दी उठा और वापस उस औरत के घर गया और उसके घर के लोगों को सारी बात बताई । उसके घर का एक सदस्य उसे देखने हॉस्पिटल गया और लगभग 2:00 बजे उसे हॉस्पिटल से वापस ले आया जब मैंने उस औरत से सारी बात पूछें तो उसने मुझे खुलकर सारी बात बताई उसने बताया कि मेरी शादी से मेरी सास नाखुश थी । और इसलिए उसने मुझे परेशान करने का यह नया रास्ता निकाला है, वह एक चुड़ैल है । मैंने उससे कहा तो क्या तुम यह सारी बातें अपने घर वालों को क्यों नहीं बताती, उसने मुझे बोला कि वह मेरी बात पर विश्वास नहीं करेंगे । दूसरे ही दिन शाम को उस औरत को मैं सपने में दिखा उसने मुझे पहले ही चेतावनी दे दी थी, कि तुम किसी भी हालत में आज रात बाहर मत सोना । कारण पूछने पर उस औरत ने बताया की वही चुड़ैल पहले तुम्हें खत्म करना चाहती है । क्योंकि जब भी उस पर कोई मुसीबत आती है, मैं उसे बचाने के लिए हमेशा पहुंच जाता था, और उसने जो मुझे चेतावनी दी थी । ठीक वैसा ही हुआ । लगभग रात को 10:30 बजे मेरे घर के आस-पास पायलों की आवाज आ रही थी । मैंने अपने भाई को तुरंत जगाया और उसे पायलों की आवाज भी सुनाई और तब जाकर मेरे भाई ने मुझ पर विश्वास किया सुबह मैं उस औरत के घर वापस गया और उसे रात की बात बताई ।

उसने मुझे कहा कि मैंने तुम्हें पहले ही आगाह कर दिया था जिसके कारण उस चुड़ैल ने मेरी मां कोमल को अपने वश में कर लिया है । मैं तुरंत उसकी मां के घर गया तो उनकी मां ने मुझे पूरी बात बताई और फिर उसकी मां ने मुझे यह भी बताया, कि उस रात तुम्हारे रास्ते पर पत्थर फेंकने वाली भी वही चुड़ैल थी । उसी के बाद मेरे अंदर बदलाव आने लगी जैसे जब भी मैं खाना खाने बैठता मैं खाना नहीं खा पाता था । मुझे भूख बहुत लगती थी, पर मुझे खाना अच्छा नहीं लगता था । मेरा किसी के काम में मन नहीं लगता था । मैं दिन प्रति दिन दुबला होता जा रहा था । फिर मैंने इन सब से छुटकारा पाने के लिए एक तांत्रिक का सहारा लिया, उस तांत्रिक की मदद से मैंने इन सब से छुटकारा पा लिया । आज इस घटना को 4 साल हो चुके हैं लेकिन फिर भी जब मैं यह कहानी किसी को बताता हूं तो लोग मुझे ही गलत साबित करने पर तुले होते हैं । वह मुझे कहते हैं कि तुम एक पढ़े-लिखे लड़के हो और ऐसी बातें कर रहे हो, आज के समय में भूत प्रेत कुछ नहीं होते । पर मित्रों भूत प्रेत होने का मैं कोई सबूत तो नहीं दे सकता लेकिन हां जी मेरी एक सच्ची घटना है ।


The end