रजत दर्पण परीक्षण (rajat darpan parikshan)
रजत दर्पण परीक्षण
फार्मेल्डिहाइड अत्यन्त आसानी से ऑक्सीकृत हो जाता है अत : यह प्रवल अपचायक के रूप में कार्य करता है । फार्मेल्डिहाइड , टॉलेन अभिकर्मक को चाँदी में अपचयित कर देता है ।
AgNO3 + NH4OH → AgOH + NH4NO3
2AgOH Ag2o* ↓ + H2o
HCHO + Ag2O → HCOOH + 2Ag
अभिक्रिया में मुक्त चाँदी , परखनली की आन्तरिक दीवार पर जम जाती है इससे परखनली दर्पण की तरह चमकने लगती है । अत : इसे रजत दर्पण परीक्षण कहते हैं ।